Wednesday, October 27, 2010

हमने देखे हैं

हमने देखे हैं कई ऐसे ख़ुदाओं को यहाँ,
सामने जिसके वह सचमुच का ख़ुदा कुछ भी नहीं

डा. राजेश रेड्डी

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