Wednesday, January 12, 2011

कितने कमज़र्फ़ हैं यह ग़ुब्बारे

कितने कमज़र्फ़* हैं यह ग़ुब्बारे,
चन्द फूँकों से फूल जाते हैं,
कमीने जब उरूज़** पाते हैं,
अपनी औक़ात भूल जाते हैं

‍- शुजा ख़ाविर

* shallow
** status

No comments:

Post a Comment