Wednesday, January 12, 2011

सिर्फ़ आँखों से ही

सिर्फ़ आँखों से ही दुनिया नहीं देखी जाती,
दिल की धड़कन को भी बिनाई बनाकर देखो

- नीदा फ़ज़्ली

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