Thursday, April 8, 2010

ख़िलवत हो...

ख़िलवत हो, शराब हो
और हो माशूक सामने,

झाहिद! तुझे कसम है
जो तू हो तो क्या करे?

- नवाब इमानुल्लाह ख़ाँ

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